महिला जागृति शिविर में महिलाएं ले रही बढ़-चढ़ कर हिस्सा प्रश्नोत्तर में उत्तर देने वाली महिलाओं एवं बच्चों को किया जा रहा पुरस्कृत।

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सूरजपुर। सोना सिंह– कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा के निर्देश पर जिला कार्यक्रम अधिकारी के मार्गदर्शन में महिला एवं बाल विकास विभाग सूरजपुर द्वारा महिला जागृति शिविरों का आयोजन लगातार किया जा रहा है। जिसमें ग्रामीण महिलाऐं बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रही है। ग्राम रामनगर के पंचायत भवन में आयोजित कार्यक्रम में जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल ने संबोधित करते हुए बताया कि महिला बाल विकास विभाग बच्चों एवं महिलाओ के सुरक्षा एवं संरक्षण के लिए कृत संकल्पित है। गर्भवती माताओं के बेहतर पोषण की चिन्ता के लिए विभाग से 5000 रुपये तक सहायता दी जाती है। कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए विभाग की ओर से प्रथम दो जीवित बालिकाओं को 1-1 लाख रुपये प्रदान किये जाते हैं। सक्षम योजना में महिलाओं को स्वरोजगार करने के लिए विभाग से एक लाख रुपये तक का ऋण आसान किस्तो में न्यूनतम ब्याज दर से दिया जाता है।

महिला बाल विकास विभाग नाबालिकों का बाल विवाह रोकती है। किन्तु उम्र हो चुके बालिकाओं का मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के द्वारा सरकारी खर्च पर सामान एवं नगद देकर विवाह भी कराया जाता है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए टोल फ्री नं. 181 है जिसमें अपनी समस्याओं को बता कर निराकरण कराया जा सकता है। घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं की सुरक्षा की महिला बाल विकास विभाग के द्वारा किया जाता है। कार्यस्थल पर लैंगिक अपराध को रोकने के लिए भी समितियां बनाई गई है, जिसमें महिलाओं को अधिकार पूर्वक काम करने का मौका मिल रहा है। उन्होंने बताया कि अधिकारों की सुरक्षा के लिए अपनी बातों को उचित स्थान पर रखना जरुरी है। आज के समय में अधिकार को लड़कर लेना पड़ता है।
कार्यक्रम में उपस्थित किरण सयान पर्यवेक्षक रामनगर ने अपने विचार रखे और उन्होंने कहा की लड़कीयों और माताओं को लाभ लेने के लिए आंगनबाड़ी केन्द्र तक आना चाहिए। बहुत सारी योजनाऐं हमारे विभाग द्वारा संचालित किये जाते हैं। उन्होंने मातृ वंदना योजना, स्वालम्बन योजना, नोनी सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री बाल संदर्भ योजना, मुख्यमंत्री सुपोषण योजना, कौषिल्या योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
सखी वन स्टाप सेंटर से सुश्री शबनम ने महिलाओं को प्रदाय की जाने वाली समस्त सुविधाओं को विस्तार से बताया और कहा कि चुप्पी तोड़ो तभी आपको आपके अधिकार मिल पाएंगे। महिलाओं की सबसे बड़ी समस्या यह है कि वे बोलती नहीं है। अब महिलाऐं अधिकार के बारे में जानेगी और बोलेंगी तो उन्हें उनका अधिकार मिलेगा। सखी वन स्टाप सेंटर सभी महिलाओं को अत्याचार के खिलाफ सहायता प्रदान करती है। चाईल्ड लाईन से शोभनाथ राजवाड़े ने चाईल्ड हेल्प लाईन नं. 1098 के संबंध में जानकारी दिया और 0 से 18 वर्ष के बच्चों के संरक्षण के लिए इस टोल फ्री नं. का इस्तेमाल चौबीस घण्टे एवं सातो दिन किया जा सकता है, 01 घण्टे के अन्दर सहायता प्रदान किया जाता है। कार्यक्रम में पंच मितानीन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, ग्रामीण महिला एवं किषोरी बालिकाऐं उपस्थित थी।