भुवनेश्वरपुर/सूरजपुर:–ज़िले के ग्राम भुवनेश्वरपुर में स्थित स्वामी आत्मानंद हिंदी एवं इंग्लिश माध्यम की स्कूल में लचर व्यवस्था को लेकर भारत समाचार संपादक शब्बीर हसन एवं वरिंदर सिंह छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस न्यूज सूरजपुर ज़िला प्रतिनिधि स्कूल व्यवस्थाओं को लेकर प्राचार्य से कुछ सवाल करने जाते हैं,,जिसे देखते के साथ ही प्राचार्य यादवेंद्र कुमार दुबे पत्रकारों पर भड़क उठे और किसी भी सवालों का जवाब देने से लगातार इंकार करते रहे,, उसी दरमियान प्राचार्य कार्यालय में मौजूद एक तथाकथित युवक के द्वारा पत्रकारों से लगातार बदतमीजी और ख़बर न बनाने की चेतावनी दी जाने लगी,,मामले में उपद्रव बढ़ता देख पत्रकार वहां से ये कहते हुए कि आप अगर हमारे सवालों का जवाब नहीं देना चाहते तो कोई बात नहीं ,,लेकिन हमारे साथ बदतमीजी से पेश न आये कहकर बाहर निकल गये,,तत्पश्चात पत्रकार स्कूल प्रांगण से बाहर आकर अपने अधिकृत माईक आई डी से अपने अधिकारों के तहत कवरेज करने लगे,,जिसे वहां खड़े तथाकथित युवक के द्वारा बीच कवरेज के हमारे कार्य में बाधा डालने की कोशिश की गई और हमारे साथ भरपूर तरीके से बदतमीजी और मार पीट करने की धमकियां दी गई और हमारे कार्यशैली पर गलत आरोप लगाने का प्रयास किया गया।
तत्पश्चात बढ़ते मामले को देखते हुए पत्रकारों के द्वारा निजी के पुलिस थाने में कॉल करके स्कूल में बुलाया गया। तत्पश्चात वहां के कुछ गणमान्य नागरिकों की उस तथाकथित युवक को समझाईश देकर और हमें ये कहकर की मामले को आगे न बढ़ाए,,वहां आई पुलिस की टीम के द्वारा स्कूल प्रांगण से हमें सुरक्षित बाहर निकाल हमें वापिस भेज दिया गया।
इस मामले की संपूर्ण जानकारी देने पत्रकार संयुक्त जिला कार्यालय सूरजपुर में जिला शिक्षा अधिकारी को देने पहुंचे जिला शिक्षा अधिकारी की गैरमौजूदगी में उन्हें उनको फोन कॉल से इसकी सूचना दी गई जिसे सुनकर जिला शिक्षा अधिकारी ने पत्रकारों को यह आश्वासन दिया कि अगर इस मामले में वहां का कोई भी शिक्षक या प्राचार्य अगर लिप्त पाया जाता है तो उस पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी तत्पश्चात वहां पदस्थ दो शिक्षिकाओं के द्वारा इसकी शिकायत जिला कलेक्टर एवं जिले के एसपी को की गई,उन्होंने भारत समाचार एवं छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस चैनल को दिये बयान में और भी कई लापरवाही एवं प्राचार्य के गैर जिम्मेदाराना रवैया को उजागर किया आगे अपने बयान में उन शिक्षिकाओं ने यह कहा कि वहां के प्राचार्य के द्वारा ऐसे गैर जिम्मेदाराना रवैया होने के कारण कभी भी कोई अभिभावक स्कूल टाइम में क्लास रूम में बिना अनुमति के प्रवेश कर जाता है,, और वहां के प्राचार्य के स्कूल में आने की कोई समय सीमा तय नहीं है वह कभी आते हैं और कभी नहीं आते ना उन्हें कोई बोलने वाला है ना कोई उन्हें समझाने वाला है हमने इसकी शिकायत कई बार जिला शिक्षा अधिकारी से की है लेकिन आज तक इस मामले का कोई भी निराकरण नहीं हो पाया है। डिसिप्लिन नहीं होने के कारण बच्चे आए दिन आपस में लड़ते झगड़ते हैं,,और उनके इसी रवैये से बच्चों के अंदर कोई खौफ नहीं है।
अब देखने वाली बात यह है कि क्या जिले के शिक्षा अधिकारी इस पूरे मामले में जांच करते हुए उन पर कड़ी कार्रवाई करेंगे या फिर यह मामला ठंडे बस्ते में ही पड़ा रह जाएगा।