राज्य सरकार के विभिन्न प्रयास तथा जिला प्रशाशन की अनूठी पहल के बावजूद भी लापरवाह स्कूल टीचर कर रहे है ग्रामीण बच्चो के भविष्य से खिलवाड़।

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सूरजपुर:– जिले के ग्राम पंचायत उमेश्वरपुर प्राथमिक शाला में हो रही है घोर लापरवाही मध्यान भोजन में कीड़ा युक्त चावल परोसा जा रहा है ओर बच्चो के स्वास्थ से भी किया जा रहा है खिलवाड़ ओर तो और बिना दाल का परोस रहे हैं मध्यान भोजन मीनू का तो कोई अर्थ ही नही और स्कूल शिक्षक भी बिना जानकारी दिए सिर्फ हाजरी भरके स्कूल से नदारद जी हां बात कर रहे हैं सूरजपुर जिले के उमेश्वर पूर प्राथमिक शाला का यहां एक ताजा मामला सामने आया है।
यहां पर स्कूल मैं कीड़ा युक्त चावल बिना दाल का बच्चों को मध्यान्ह भोजन के रूप में परोसा जा रहा है। समय पर स्कूल में शिक्षक भी नहीं आते और अगर स्कूल में शिक्षक आ भी गए तो पूरा फुल टाइम तक स्कूल में नहीं रहतें।
सरकार लाखों लाख रुपए खर्च कर रही है स्कूलों में लेकीन जमीन और धरातल पर स्तिथि कुछ और ही बयां करता है जिसका खामियाजा ग्रामीणों के गरीब बच्चो के भविष्य के साथ हो रहा है खिलवाड़ ऐसे लापरवाह शिक्षकों पर जिला प्रशासन जिला शिक्षा अधिकारी को समय-समय पर इन लापरवाह टीचर पे कार्यवाही करते रहना चाहिए। ताकि बच्चों का भविष्य खराब ना हो सके और सरकारी स्कूल का स्तर सदा बने रहे।

ग्राम पंचायत उमेशपुर के ग्रामीणों के द्वारा स्कूल तथा आयुष्मान भारत के स्वास्थ केंद्र की भी शिकायत किया गया था जिसकी जानकारी हेतु हमारी टीम जब वहा पे पहुंची तो हॉस्पिटल के सारे कर्मचारी गायब मिले ओर हॉस्पिटल भी बंद मिला इसी बीच स्कूली बच्चे भी बाहर में हाथ में खाने का थाली लिए खड़े खड़े खाना खाते दिखे भोजन भी मीनू के हिसाब से सही नही पाया गया
और आयुष्मान हॉस्पिटल स्वास्थ्य विभाग का भी यही हाल है हॉस्पिटल में स्टॉप मौजूद नहीं थे अब देखना यह है की इस मामले में जिला प्रशासन की क्या भूमिका रहेगी।