मध्यप्रदेश/सिंगरौली:–तहसील दुधमनिया थाना चितरंगी के अंतर्गत ग्राम बगैया के निवासी रामप्रताप पिता शीतलराम ग्राम बगिया में खसरा क्र. 225/3 रकवा 0.1200 हेक्टेयर स्थित है। अपने ही पाटीदार रामभवन पिता शीतलराम विजय तिवारी मोहनदास तिवारी सुशील तिवारी अनिल तिवारी महेन्द्र तिवारी पिता रामभवन तिवारी ब्राह्मण राम प्रताप जमीन को लूटने के आशय से घटना 27/07/22 को पक्का मकान का निर्माण कार्य जबरदस्ती करने लगे। माया तिवारी पति रामप्रताप के द्वारा न्यायालय नयाब तहसीलदार को आवेदन प्रस्तुत किया गया। जहाँ से नयाब तहसीलदार के द्वारा मौके से किये जा रहे निर्माण कार्य को रोकने हेतु स्थगन आदेश जारी किया गया। न्यायालय के राजस्व प्रकरण क्र. 0027/अ.70/22-23 के तहत भूमि ग्राम बगैया की अराजी नम्बर 225/3 रकवा 0.12 है. भूमि पर उभयपक्षों को निर्देशित किया गया कि कोई भी निर्माण कार्य भूमि का तर्मीम एवं सीमांकन पश्चात् ही करें, अन्यथा न्यायालय के आदेश का अवहेलना माना जायेगा। जिसकी प्रति माया तिवारी पति रामप्रताप के द्वारा हल्का पटवारी एवं थाना प्रभारी चितरंगी को दिया गया। न तो हल्का पटवारी एवं नहीं थाना प्रभारी चितरंगी के द्वारा निर्माण कार्य बंद कराया गया।
परेशान होकर क्या बोल रहे माया तिवारी।
माया तिवारी परेशान होकर 30/08/ 2022 कोउपखंड अधिकारी चितरंगी के समक्ष स्थगन आदेश के पालन हेतु प्रकरण क्र. 27/प्रवा/2022 को निर्देशित किया गया। इसके बावजूद भी थाना प्रभारी चितरंगी एवं हल्का पटवारी के द्वारा आज तक कोई चालान नहीं कराया गया। लगातार निर्माण कार्य जारी रहा है और मकान धीरे-धीरे सरहंगता के साथ के डरा धमका कर मकान निर्माण कार्य कर रहे थे। फिर जब उपखण्ड अधिकारी को पुनः आवेदन दिया गया, विधान सभा चुनाव के समय अचार संहिता के समय था।
कही कोई ओर तो बात नहीं कोन लोग है इसमें संलिप्त।
रिपोर्ट तैयार करके स्थगन दिया गया और वर्तमान वर्तमान तहसीलदार के द्वार निर्माण कार्य करने हेतु अ विपक्षी द्वारा पुनः निर्माण व गया। प्रार्थी परेशान होकर वि अपील पर पुनः अस्थाई स 22/03/24 को लिया गया। रामप्रताप एवं उनके लड़के खराब होने से उनके दामाद कानूनी प्रक्रिया में सहयोर विपक्षी विजय तिवारी के द्वा मारने कि धमकी दी गई है पता चला है कि कुछ लोंगों है जान से मरवाने के लिए धमकी दी जा रही है। थाना पटवारी से मिले हुए हैं। पटव मिलकर फर्जी दस्तावेज है इधर-उधर करेंगे, हमारा कुछ निर्माण कार्य रोकने गए प्राथ लगे और गाली गलौज करने की धमकी देने लगे। जिससे है तथा स्थगन आदेश का स्वामित्व की भूमि से बेदख उक्त घटना की जांच कराई ज कार्य बंद कराया जाए एवं व आवश्यक है एवं न्यायोचित है