स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय, बतरा में प्रवेश उत्सव मनाया गया।

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सूरजपुर:– संसदीय सचिव एवं विधायक पारसनाथ राजवाड़े, विशिष्ट अतिथि जनपद अध्यक्ष सुलोचनि पैकरा, हीरालाल राजवाड़े,सुभाष राजवाड़े,गयाप्रसाद राजवाड़े,सविता राजवाड़े,डी0एन0जायसवाल,तुलसी राजवाड़े,अशोक मिश्रा,गम्भीरा राजवाड़े,इंद्रमणि पांडे, ने माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया विधायक जी ने इस अवसर पर नवप्रवेशी छात्रो को तिलक लगा कर मिठाई खिलाकर मुँह मीठा कराया उन्होंने कहा कि खूब मन लगाकर पढ़े और पढने के साथ ही खेल कूद में भी हिस्सा ले और उन्हें संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा हमारे जीवन स्तर को सुधारती है और शिक्षा से ही हमारी पहचान बनती है हम शिक्षा पाकर अपने और देश का भविष्य उज्जवल बना सकते है साथ ही उन्होंने कहा कि आप सभी को अपने शरीर को भी स्वस्थ रखना चाहिए अपने शरीर की स्वच्छता के लिए हमे ध्यान देना होगा

और स्वस्थ शरीर से ही स्वस्थ मन की उत्पत्ति होती है उन्होंने उम्मीद जतायी कि नवाचार और नई तकनीक को अपनाने का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा उन्होंने अपने वक्तव में प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतकारी परिवर्तन लेन के लिए कृत संकल्पित है बच्चो के शिक्षा में कोई कमी नही होने देंगे मुख्यमंत्री जी के संवेदनशीलता के कारण आज बच्चो को उत्कृष्ट शिक्षा देने के उद्देश्य से स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय को अस्तित्व में लाया अंत में उन्होंने शिक्षक गणो को निर्देशित करते हुए कहा कि शाला प्रवेशोत्सव के लक्ष्य को पूर्ण करे तथा अंग्रेजी भाषा आज आवश्यकता तथा शिक्षा में गुणवत्ता को कायम रखने तथा कैरियर गाइडेंस पर भी जोर देने की बात कही उपरोक्त कार्यक्रम मे उद्बोधन श्री उत्तम प्रसाद राजवाड़ों जी ने तथा आभार प्रदर्शन प्राचार्य गोवर्धन सिंह ने किया, समस्त कार्यक्रम को सफल बनाने मे ,सरोज किंडो ,,रविन्द्र सिंह,गीता साहू,नरेंद्र प्रसाद,बुधराम पैकरा, प्रियंका राज,रेणु कुमारी,सुजीता केरकेट्टा,मनीष कुमार सिंह,नीतू कश्यप,अर्पित कुमार कश्यप,रामकरण राजवाड़े,सरिता राजवाड़े,अनिल दास ,रणजीत सिंह,ज्योति,रागिनी कुमारी,स्मृति,,एकता सिंह ,आकिब आलम,रुचि कुशवाहा,अंजलि तिवारी,हिमांशू शर्मा ,काजल सोनी,प्रियंका कुमारी ,ज्योति गुप्ता,अमजद अली,सुरेखा कुमारी,नेहा सिंह,सोनम नैयर,शिवधारी,राघवेंद्र सिंह,सोनमती,टेकचंद राजवाड़े,घूरन राम,रामकुमार,धनंजय, सिद्धि बाई सहित सम्पूर्ण शिक्षक गणों का योगदान रहा