अम्बिकापुर:– संचालनालय स्वास्थ्य सेवाऐं छत्तीसगढ़ के निर्देशानुसार, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं जिला मलेरिया अधिकारी के मार्गदर्शन में शुक्रवार को विकासखंड एवं जिला स्तर पर राष्ट्रीय फाईलेरिया दिवस मनाया गया। इस अवसर पर जिला स्तरीय एवं विकासखण्ड स्तरीय बैठक आयोजित कर फाईलेरिया के रोकथाम के बारे में विस्तृत चर्चा की गई एवं बैनर प्रदर्शन, स्कुलों में जनजागरूकता से प्रचार-प्रसार किया गया। इसके साथ ही हाथीपांव के 15 मरीजों को रोग प्रबंधन प्रशिक्षण एवं रोग प्रबंधन किट प्रदाय किया गया।
राष्ट्रीय फाईलेरिया दिवस पर श्रीमती देवेन्द्रकुमारी सिंहदेव शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय संबद्ध जिला चिकित्सालय में डॉ. एस.पी. कुजूर के द्वारा हाईड्रोसील मरीजों का निशुल्क ऑपरेशन किया गया एवं विकासखण्ड सीतापुर में डॉ. विनोद पैकरा (शल्य चिकित्सक) व डॉ. रजनी शान्ता तिग्गा (निश्चेतना विशेषज्ञ) के द्वारा हाईड्रोसील मरीजों का निशुल्क ऑपरेशन किया गया। इसके साथ ही लिम्फोडिमा (हाथीपांव) मरीजों को रोग प्रबंधन प्रशिक्षण एवं रोग प्रबंधन किट प्रदाय किया गया। विकासखण्ड भफौली के ग्राम कतकालों उप स्वास्थ्य केन्द्र एवं विकासखण्ड लखनपुर के उप स्वास्थ्य केन्द्र गणेशपुर में 15 हाथीपांव मरीजों को रोग प्रबंधन प्रशिक्षण एवं रोग प्रबंधन कीट प्रदाय किया गया। ताकि मरीजों को राहत मिल सके।
वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल जिला मलेरिया अधिकारी श्री राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि फाईलेरिया एक गंभीर बीमारी है। यह संक्रमित मच्छर के काटने से होता है। इस बीमारी में शरीर का लिम्फेटिक सिस्टम क्षतिग्रस्त हो जाता है। यदि समय रहते ईलाज नहीं किया जाये तो यह संक्रमण बड़ जाता है। जिसके कारण शरीर के अंग असमान्य रूप से बढ़ने लगते हैं।