जशपुर:–जलाऊ लकड़ी बताकर जंगल की बेशकीमती पकड़ी सागौन की तस्करी करने का बड़ा मामला सामने आया है । मामला जिले के पत्थलगांव का है। यहां के बेलडेगी में शुक्रवार को ट्रेक्टर के जरिए सागौन की लकड़ी की तस्करी की जा रही थी। हैरान कर देने वाली बात यह है कि सागौन की लकड़ी को जलाऊ लकड़ी बताया जा रहा था और वन विभाग द्वारा रसीद भी जलाऊ लकड़ी का ही दे दिया गया।
सारी लकड़ियां ट्रेक्टर से एक ट्रक में लोड होने वाली थी तभी बेलडेगी गांव के सरपंच श्रवण को शक हुआ और कुछ ग्रामीणों के साथ वह ट्रेक्टर के पास पहुंचे ट्रेक्टर ड्राईवर से पूछने पर उसने बताया कि सारी लकड़ियां जलाऊ है उसने प्रमाण के तौर पर सरपंच को वन विभाग द्वारा दिए गए रसीद को भी दिखाया जिसने जलाऊ लकड़ी दर्शाया गया था।लेकिन सरपंच और ग्रामीणों ने जब लकड़ी की तस्दीक की तो पता चला कि सारी लकड़ियां सागौन की है।
सागौन लकड़ी होने की पुष्टि होने के बाद सरपंच और ग्रामीण एक्टिव हो गए और उन्होंने ट्रेक्टर को गांव में ही खड़ा कर दिया है। बताया जा रहा है कि ग्रामीणों के द्वारा वन विभाग और पुलिस को इसकी सूचना दे दी गई है पत्थलगांव पुलिस मौके के लिए रवाना हो गई।
ग्रामीणों ने ऐसे मारा छापा ,वन विभाग के कर्मचारियों की मौजूदगी में चल रही थी जंगल की कटाई
वन विभाग के साठ गांठ से हो रहा सागोन के लकड़ी का अवैध कटाई और चोरी , ग्राम लूडेग के एक रशुख दार व्यक्ति के ट्रैक्टर और jcb मशीन लगाकर लकड़ी को जंगल से चोरी किया जा रहा है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम लुडेग के उसी रशुखदार व्यक्ति जिसकी ट्रैक्टर और jcb है को सागोन लकड़ी को वन विभाग के अधिकारियों के द्वारा बेंचा गया है आपको बता दें कि जब जंगल में लकड़ी कटाई के मशीन की आवाज जब आश पास के ग्रामीणों ने सुनी तो तत्काल जंगल पहुंच कर देखा तो वहां jcb के माध्यम से ट्रैक्टर में सागोन के कच्ची लकड़ी को लोड किया जा रहा था वहीं वन विभाग के कर्मचारी भी वहां मौजूद थे, जब ग्रामीणों ने लकड़ी कटाई की वजह और कटाई की अनुमति पत्र मांगा तो वहां मौजूद कर्मचारी भाग फरार हो गया।