महापौर डॉ अजय तिर्की एवं सीएमएचओ डॉ सिसोदिया ने दम्पत्ति संपर्क एवं जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े हेतु जागरूकता रथ को हरी झण्डी दिखाकर किया रवाना।

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अम्बिकापुर:– प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाडे का आयोजन 27 जून से 24 जुलाई 2023 तक चलाया जा रहा है। पखवाडे का आयोजन दो चरणों में किया जा रहा है दम्पत्ति संपर्क पखवाडे़ का आयोजन 27 जून 2023 से 10 जुलाई 2023 तक एवं 11 जुलाई 2023 से 24 जुलाई 2023 तक जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े का आयोजन जिले भर में किया गया है।
आज इस अवसर पर नगर के महापौर डॉ अजय तिर्की, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पी.एस. सिसोदिया, नोडल अधिकारी डॉ शैलेन्द्र गुप्ता की उपस्थिति में जागरूकता रथ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया।
महापौर डॉ अजय तिर्की ने जनसंख्या पखवाड़े के आयोजन के महत्व के संबंध में बताया कि लगातार बढ़ती जनसंख्या एक तरह से विकास में बाधक है। गरीबी, भुखमरी, अशिक्षा, बेरोजगारी इनके पीछे काफी जनसंख्या वृद्धि जिम्मेदार है इसलिए इस ओर ध्यान देना बहुत ही ज्यादा जरूरी है। भारत, चीन के बाद विश्व की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश है। जागरूकता कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य वर्तमान में बढती आबादी के कारण होने वाले दुष्प्रभावों और इससे जुड़े सभी मुद्दों की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित कर उन्हें जागरूक करना है। जिस हेतु तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिसमें जनसंख्या नियंत्रण के उपायों के बारे में चर्चा की जाती है। जिसमें गरीबी, जच्चे-बच्चे का स्वास्थ्य, लैंगिक समानता, परिवार नियोजन, मानव अधिकार, गर्भनिरोधक दवाओं के प्रयोग से लेकर सुरक्षित यौन संबंधों जैसे समस्याओं पर चर्चा की जाती है।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पीएस सिसोदिया के निर्देशन में जिला के समस्त विकासखण्डों में जनसंख्या वृद्धि को कम करने एवं आमजनों में जागरूकता हेतु समस्त स्वास्थ्य केन्द्रों में आवश्यक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। भारत सरकार स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण द्वारा इस वर्ष ‘‘ आजादी के अमृत महोत्सव में हम ले ये संकल्प, परिवार नियोजन को बनाएंगे, खुशियों का विकल्प। के थीम के तहत आयोजित किया गया है। पखवाड़ा में परिवार नियोजन की आवश्यकता, सही उम्र में शादी, पहले बच्चा देर से, दो बच्चों के बीच उम्र का अंतर इत्यादि विषयों पर आमजनों को जागरूक करने का निर्देश दिये गये है। इस दौरान परामर्श, प्रचार सामग्री एवं गर्भ निरोधकों का वितरण मैदानी अमलों के द्वारा चिन्हांकित करते हुए करने को कहा। उन्होंने आमजनों में जागरूकता हेतु अधिक से अधिक लोगों को पुरुष नसबंदी एवं महिला बंध्याकरण पर विशेष ध्यान देने को कहा। जिले के समस्त स्वास्थ्य संस्थानों को ऑपरेशन करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। इच्छुक लोगों को मुफ्त में परिवार नियोजन के लिए उपयुक्त सामग्री कापर-टी और गर्भनिरोधक गोलियों, कंडोम, ओरल, कापर टी का वितरण स्वास्थ्य संस्थानों में विशेष विडो के तहत करने का निर्देश दिया गया है। समस्त विकासखण्डों में परिवार नियोजन के साधन तथा नव विवाहित दम्पत्ति को परिवार नियोजन किट वेनेटी बॉक्स निःशुल्क उपलब्ध कराये गये है। इसके साथ ही परिवार नियोजन हेतु विविध कार्यक्रम का आयोजन जैसे सास-बहु सम्मलेन, सारथी कार्यक्रम के माध्यम से गांव-गांव में सम्मेलन का आयोजन कर परिवार नियोजन के उपाय संबंधी भ्रांतिया गांव की आषा, एएनएम एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से दूर किया जाता है। शासकीय स्वास्थ्य केन्द्रों में नसबंदी उपरांत हितग्राहियों हेतु प्रावधानित प्रोत्साहन/प्रतिपूर्ति स्वरूप अंतराल महिला नसबंदी में 2000, प्रसवोत्तर महिला नसबंदी में 3000 एवं पुरुष नसबंदी में 3000 राशि प्रदाय की जाती है।