2030 तक एशियाई बाजारों की हरित पूंजी मांग 1300 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच सकती है

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सिंगापुर
दक्षिण तथा दक्षिण पूर्व एशिया के उभरते बाजारों में परिवहन क्षेत्र इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि 2030 तक इसकी हरित पूंजी मांग 1300 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच सकती है।

उभरते एशिया में किफायती इलेक्ट्रिक वाहन क्रांति को बढ़ावा देने पर जारी की गई रिपोर्ट में उभरते एशिया के निम्न आय वाले बाजारों में इलेक्ट्रिक परिवहन के लिए किफायती प्रवेश बिंदुओं को रेखांकित किया गया।

यह रिपोर्ट निवेशकों लीपफ्रॉग इन्वेस्टमेंट्स और टेमासेक के साथ-साथ इलेक्ट्रिक परिवहन कंपनियों महिंद्रा लास्ट माइल मोबिलिटी लिमिटेड और बैटरी स्मार्ट द्वारा न्यूयॉर्क शहर में जलवायु सप्ताह से पहले जारी की गई।

रिपोर्ट के अनुसार, उभरते एशिया में परिवहन के लिए अनुमानित हरित पूंजी की मांग (1300 अरब अमेरिकी डॉलर), ऊर्जा (400 अरब अमेरिकी डॉलर) और खाद्य (350 अरब अमेरिकी डॉलर) क्षेत्रों की संयुक्त पूंजी मांग से अधिक है।

महिंद्रा लास्ट माइल मोबिलिटी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सुमन मिश्रा ने कहा, ‘‘जैसा कि हम विद्युतीकरण को आगे बढ़ा रहे हैं, हम अपने ग्राहकों जिनमें से कई सूक्ष्म उद्यमी हैं उनके जीवन को बेहतर बनाने तथा सतत व लागत प्रभावी समाधान प्रदान करके कार्बन उत्सर्जन को कम करने की दिशा में भारत की यात्रा का समर्थन करने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं।’’

बैटरी स्मार्ट के सह-संस्थापक एवं सीईओ पुलकित खुराना ने कहा, ‘‘दक्षिण तथा दक्षिण-पूर्व एशिया में हम ईवी क्षेत्र में अभूतपूर्व वृद्धि देख रहे हैं….’’

 

 

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