Paralympics में भारत के पदकों की संख्या अब 29, नवदीप सिंह ने जीता गोल्ड, सिमरन को ब्रॉन्ज

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पेरिस

पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारतीय खिलाड़ियों का धमाकेदार प्रदर्शन जारी है. 7 सितंबर (शुनिवार) को मेन्स जैवलिन थ्रो (F41) स्पर्धा में भारत के नवदीप सिंह ने गोल्ड मेडल जीता. वहीं वूमेन्स 200 मीटर (T12) स्पर्धा में भारत की ट्रैक एंड फील्ड एथलीट सिमरन शर्मा ने कांस्य पदक जीत लिया. इन दो मेडल्स के साथ ही पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत के पदकों की संख्या अब 29 हो गई है. भारत अब तक 7 गोल्ड, 9 स‍िल्वर और 14 ब्रॉन्ज मेडल जीत चुका है. भारत फिलहाल मेडल टैली में 15वें नंबर पर है.

ईरानी खिलाड़ी को कर दिया गया डिस्क्वालिफाई

फाइनल मुकाबले में नवदीप सिंह ने अपने दूसरे प्रयास में 47.32 मीटर दूर जैवलिन फेंका, जो उनके करियर का अब तक का बेस्ट थ्रो रहा. वैसे इस स्पर्धा में ईरान के सादेघ सयाह बेत (47.64 मीटर) टॉप पर चल रहे थे, लेकिन स्पर्धा की समाप्ति के बाद उन्हें डिस्क्वालिफाई कर दिया गया गया. इसके चलते भारतीय एथलीट नवदीप को फायदा हुआ और उन्हें गोल्ड मेडल मिला. चीन के पेंगजियांग सुन (44.72 मीटर) को सिल्वर मेडल हासिल हुआ. जबकि इराक के विल्डन नुखैलावी (40.46 मीटर) ने कांस्य पदक जीता.

फाइनल में नवदीप का प्रदर्शन
पहला प्रयास- फाउल
दूसरा थ्रो- 46.39 मीटर
तीसरा थ्रो- 47.32 मीटर
चौथा थ्रो- फाउल
पांचवां थ्रो- 46.05 मीटर
छठा थ्रो- फाउल

गोल्ड में बदला नवदीप का सिल्वर

जैवलिन थ्रो में नवदीप ने अपने दूसरे थ्रो में 46.39 मीटर के साथ बढ़त हासिल की थी लेकिन ईरान के सादेग बेत सयाह ने 46.84 मीटर के साथ उनसे पहला स्थान छीन लिया. अगले थ्रो में नवदीप ने फिर वापसी की और 47.32 मीटर के साथ फिर पहले नंबर पर पहुंच गए. चौथे थ्रो में भी कोई उनसे आगे नहीं निकल सका लेकिन पांचवें थ्रो में फिर ईरानी एथलीट ने 47.64 मीटर के साथ पहले नंबर पर कब्जा कर लिया. आखिर में उन्होंने ही गोल्ड अपने नाम किया और नवदीप की झोली में सिल्वर मेडल आया. हालांकि कुछ ही देर में पैरालंपिक कमेटी ने इस नतीजे को बदल दिया और ईरान के एथलीट को कोड ऑफ कंडक्ट का दोषी पाते हुए डिस्क्वालिफाई कर दिया.

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, सयाह को बार-बार एक आपत्तिजनक झंडा दिखाने के कारण डिस्क्वालिफाई किया गया, जिसे कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लंघन माना गया. ऐसा दावा किया गया कि इस झंडे से सयाह कोई राजनीतिक संदेश देना चाहते थे जो कि पैरालंपिक के नियमों के खिलाफ है. सयाह के ऐसा करने पर उनका नतीजा रद्द कर दिया गया और नवदीप को गोल्ड मेडल विजेता घोषित किया गया. वहीं ब्रॉन्ज जीतने वाले चीन के पेंगजियांग को अब सिल्वर और चौथे नंबर पर रहे इराक के नुखाइलावी वाइल्डन को ब्रॉन्ज मिलेगा.
100 मीटर में निराशा, 200 मीटर में सिमरन का जलवा

दूसरी ओर सिमरन ने आखिरकार पेरिस पैरालंपिक में अपनी मेडल की ख्वाहिश पूरी कर ही ली. दो दिन पहले ही उन्हें 100 मीटर के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था और चौथे स्थान पर रही थीं. इस बार उन्होंने उस कमी को भी पूरा कर लिया. सिमरन ने अपने गाइड के अभय सिंह के साथ मिलकर 24.75 सेकेंड में 200 मीटर की रेस पूरी की और तीसरा स्थान हासिल किया. इस इवेंट का गोल्ड क्यूबा की ओमारा डूरंड (23.62 सेकेंड) और सिल्वर वेनेजुएला की अलेहांद्रा पेरेज (24.19) ने जीता.

उधर वूमेन्स 200 मीटर (T12) स्पर्धा के फाइनल में सिमरन शर्मा ने 24.75 सेकंड का समय लेकर रेस पूरी की. इस स्पर्धा में गोल्ड मेडल क्यूबा की ओमारा इलियास डुरंड ने जीता. ओमारा ने 23.62 सेकंड में रेस को समाप्त किया. वेनेजुएला की पाओला एलेजांद्रा लोपेज पेरेज रजत पदक जीतने में कामयाब रहीं. पाओला ने रेस पूरी करने के लिए 24.19 सेकंड का टाइम लिया.

पैरालंप‍िक गेम्स में भारत ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है. टोक्यो पैरालंपिक 2020 में भारत ने 5 गोल्ड, 8 सिल्वर और 6 ब्रॉन्ज मेडल जीते थे. कुल 19 मेडल्स के साथ तब यह भारत का पैरालंपिक गेम्स में सबसे अच्छा प्रदर्शन था. पैरा एथलीट मुरलीकांत पेटकर ने पैरालंपिक गेम्स में साल 1972 में भारत को पहला मेडल जिताया था. मुरलीकांत पेटकर वही ख‍िलाड़ी हैं, ज‍िनकी ज‍िंदगी पर हाल में 'चंदू चैम्प‍ियन' फ‍िल्म भी आई थी.

पैरालंपिक खेलों में T12 श्रेणी दृष्टिबाधित एथलीटों के लिए है. सिमरन का जन्म समय से पहले हुआ था और उन्होंने अगले 10 सप्ताह इनक्यूबेटर में बिताए जहां पता चला कि वह दृष्टिबाधित हैं. सिमरन के कोच उनके पति गजेंद्र सिंह हैं जो आर्मी सर्विस कोर में कार्यरत हैं. वह नयी दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में प्रशिक्षण लेती हैं. गुरुवार को सिमरन महिला 100 मीटर टी12 फाइनल में चौथे स्थान पर रहकर पदक से चूक गईं थी. चार खिलाड़ियों के फाइनल में धीमी शुरुआत के कारण सिमरन ने 12.31 सेकेंड का समय निकाला था.

पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत के पदकवीर

1. अवनि लेखरा (शूटिंग)- गोल्ड मेडल, वूमेन्स 10 मीटर एयर राइफल (SH1)

2. मोना अग्रवाल (शूटिंग)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स 10 मीटर एयर राइफल (SH1)

3. प्रीति पाल (एथलेटिक्स)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स 100 मीटर रेस (T35)

4. मनीष नरवाल (शूटिंग)- सिल्वर मेडल, मेन्स 10 मीटर एयर पिस्टल (SH1)

5. रुबीना फ्रांसिस (शूटिंग)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स 10 मीटर एयर पिस्टल (SH1)

6. प्रीति पाल (एथलेटिक्स)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स 200 मीटर रेस (T35)

7. निषाद कुमार (एथलेटिक्स)- सिल्वर मेडल, मेन्स हाई जंप (T47)

8. योगेश कथुनिया (एथलेटिक्स)- सिल्वर मेडल, मेन्स डिस्कस थ्रो (F56)

9. नितेश कुमार (बैडमिंटन)- गोल्ड मेडल,  मेन्स सिंगल्स (SL3)

10. मनीषा रामदास (बैडमिंटन)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स सिंगल्स (SU5)

11.  थुलासिमथी मुरुगेसन (बैडमिंटन)- सिल्वर मेडल, वूमेन्स सिंगल्स (SU5)

12. सुहास एल यथिराज (बैडमिंटन)- सिल्वर मेडल, मेन्स सिंगल्स (SL4)

13. शीतल देवी-राकेश कुमार (तीरंदाजी)- ब्रॉन्ज मेडल, मिक्स्ड कंपाउंड ओपन

14. सुमित अंतिल (एथलेटिक्स)- गोल्ड मेडल, मेन्स जैवलिन थ्रो (एफ 64 वर्ग)

15. नित्या श्री सिवन (बैडमिंटन)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स सिंगल्स (SH6)  

16. दीप्ति जीवनजी (एथलेटिक्स)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स 400m (T20)

17. मरियप्पन थंगावेलु (एथलेटिक्स)- ब्रॉन्ज मेडल, मेन्स हाई जंप (T63)

18. शरद कुमार (एथलेटिक्स)- स‍िल्वर मेडल, मेन्स हाई जंप (T63)

19. अजीत सिंह (एथलेटिक्स)- स‍िल्वर मेडल, मेन्स जैवलिन थ्रो (F46)

20. सुंदर सिंह गुर्जर (एथलेटिक्स)-  ब्रॉन्ज मेडल, मेन्स जैवलिन थ्रो (F46)

21. सचिन सरजेराव खिलारी (एथलेटिक्स)- सिल्वर मेडल, मेन्स शॉट पुट (F46)

22. हरविंदर सिंह (तीरंदाजी)- गोल्ड मेडल, मेन्स इंडिविजुअल रिकर्व ओपन

23. धर्मबीर (एथलेटिक्स)- गोल्ड मेडल, मेन्स क्लब थ्रो (F51)

24. प्रणव सूरमा (एथलेटिक्स)- सिल्वर मेडल, मेन्स क्लब थ्रो (F51)

25. कपिल परमार (जूडो)- ब्रॉन्ज मेडल, मेन्स 60 किलो (J1)

26. प्रवीण कुमार (एथलेटिक्स)- गोल्ड मेडल, मेन्स हाई जंप (T44)

27. होकाटो होटोजे सेमा (एथलेटिक्स) – ब्रॉन्ज मेडल, मेन्स शॉट पुट (F57)

28. सिमरन शर्मा (एथलेटिक्स)- ब्रॉन्ज मेडल, वूमेन्स 200 मीटर (T12)

29. नवदीप सिंह (एथलेटिक्स)- गोल्ड मेडल, मेन्स जैवलिन थ्रो (F41)

 

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