संत और सनातन है भारत की नींव पंमोहितरामजी

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भोपाल
जिस देश में रामचरितमानस में शबरी के राम मां भीलनी के झूठे बेर खा रहा है अर्जुन के श्रीकृष्ण कुरूक्षेत्र में गीत सुना विश्व गुरु बनने का ज्ञान दे रहे हैं  जिस देश में सुदामा को गले लगाया जा रहा है जिस देश में गाय गंगा धरती को माता का स्वरूप माना गया है जिस देश के लोग भारत माता की पूजन करते हैं ।उसी भारत की नींव है संत और सनातन धर्म संस्कृति संस्कार परोपकार सेवा भक्ति और समर्पण है यही भारत वर्ष राम कृष्ण गोपियों का सनातनी हिन्दू का देश है उक्त उद्गार श्री हनुमान जी के परमधाम बोलाई सरकार यात्रा कर सुंदरकांड का पाठ एवं भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें सनातनी संस्कृति धर्म रक्षार्थ गौ हत्या पर प्रतिबंध भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने संकल्प के साथ श्रीमाधव महाकाल आरोग्य आश्रम परिवार ने  पूज्य गुरुदेव क्रांतिकारी राष्ट्रीय संत कथा व्यास परम गौभक्त पंमोहितरामजी पाठक ने कहा कि यदि भारत को पुनः विश्वगुरु बनने सनातन संस्कृति संस्कार धर्म का प्रचार करने के लिए भारत के सभी संतो को राष्ट्रभक्तों को आगे आना होगा संपूर्ण हिंदुओं को जागृत हो सनातनी संस्कृति दिव्य अलौकिक संस्कार एवं धर्म का प्रचार कर गौ माता की सेवा और सुरक्षा बहन बेटियों की रक्षा का संकल्प लेना होगा तभी भारत पुनः विश्व गुरु बन सकता है आगे संत मोहितरामजी के आसानी में सनातनी एवं मांगलिक अनेक यात्राओं को निकाल कर धर्म  संस्कृति संस्कार का प्रचार प्रसार किया जाएगा ।

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