पंचायत का विकास हो या ना हो लेकीन इस पंचायत में सरपंच व सचिव का होता है विकास।

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सरगुजा/CGN 24:– जिले के जनपद पंचायत मैनपाट के ग्राम पंचायत उड़मकेला में 15 वित्त योजना के पैसे का सरपंच सचिव मिलकर महिला सरपंच ने अपने ही पति वा खास लोगों के खाते में लाखों का हेराफेरी कर करते हैं शासकीय पैसे का बंदरबाट।

राज्य सरकार ने 15 वित्त योजना के लिए आवंटित राशि।

15 वें वित्त आयोग ने 2022-23 से 2025-26 तक कुल 4,800 करोड़ रुपये (प्रत्येक वर्ष 1,200 करोड़ रुपये) के अनुदान की सिफारिश की है। इसका उद्देश्य राज्यों को शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करना है।

राज्य शासन व केंद्र शासन ने पंचायत के विकास के लिए करोड़ों रुपए खर्च करती है वहीं दूसरी ओर उड़मकेला के सरपंच सचिव के कारनामे जिले में खूब सुर्खियो में है जब इस विषय सरपंच पति से जनना चाहा तो उनका कहना था सभी को मिला जुला कर चलने के लिए ये सब करना पड़ता है देखिए किस तरह से आपने ही खाते में लिए है शासकीय पैसा।

गांव की विकास की बात करें तो ना ही लोगों को स्वच्छ पानी मिल रहा है ना ही बेहतर रोड की सुविधा है हम बात करे 15 वित्त योजना वा मूलभूत योजना से जनप्रतिनिधि चाहे तो वह अपने गांव का विकास कर सकता है लेकीन यहां पर गांव का विकास तो नहीं करते लेकिन खुद का विकास जरूर कर रहे हैं यहां के जनप्रतिनिधि।


इस पंचायत के कृत्य को लेकर क्या बोलते हैं जनपद CEO

जब हमने इस मामले को फोन के माध्यम से जनपद सीईओ से जानना चाहा तो उनका साफ शब्दों में कहना था अगर इस तरह  का कृत्य पंचायत के द्वारा हुआ है तो इसकी जिम्मेदार जो भी होगा उसपर सख्त कार्रवाई की जाएगी।